JHARKHAND

टावर लगाने को लेकर प्रशासन व ग्रामीणों में हुई नोकझोंक, धरना पर बैठे ग्रामीण महिला-पुरुष

चतरा जिला ब्यूरो सुजेक सिन्हा

चोरकारी पावर ग्रिड से डाढ़ा पावर ग्रिड को जोड़ने को लेकर पितीज गांव में 132 केवी ट्रांसमिशन लाइन हेतु हाईटेंशन तार लगाने के लिए टावर गाड़ने को लेकर ग्रामीणों ने जमकर विरोध जताया। पितीज ट्रांसमिशन लाइन ले जाने के दौरान पितीज और पितीज के भू-रैयतों ने टावर निर्माण कार्य को लेकर गड्ढा खुदाई कार्य रोक दिए हैं. इन गांव के भू-रैय्यतों ने गड्ढा खुदवा रहे केआरआर कंस्ट्रक्शन के संवेदक व जिले और स्थानीय प्रशासन से कहे़ कि बिना नोटिस या सूचना दिए अपने मर्जी से हमलोगों के जमीन पर हाईटेंशन तार के लिए रैयती जमीन पर किस आधार से गड्ढा खोद रहे हैं.  रैयतों ने कहा कि इससे पहले भी हमलोगों के साथ जबरदस्ती किया गया था, जिसके बाद हमलोग रांची हाई कोर्ट में इससे संबंधित मुकदमा दायर किए हैं.

जिसका सुनवाई अगले 22अप्रैल को होनी है, अगर 22अप्रैल को रांची हाई कोर्ट द्वारा हमलोगों के जमीन से हाईटेंशन तार ले जाने की अनुमति दे दी जाएगी, तो आपलोग इसी रास्ते से लाइन को ले जा सकते हैं .शुक्रवार सुबह 9 बजे उक्त स्थल पर जेसीबी मशीन पितीजी में टावर स्थापित करने के लिए गड्ढे खुदवा रहे थे, टावर निर्माण कार्य स्थल पर भू-रैय्यत पंहुचकर इसका जमकर विरोध किया और उग्र प्रदर्शन करते हुए हो हंगामा भी की, बाद में जब प्रशासन ने पितीज गुल्ली आहर के पास गड्ढा की खुदाई करने जेसीबी मशीन के साथ पहुंचे तो, यहां भू-रैय्यतों ने पुरजोर तरिके से विरोध कर दिया, यहां महिला और पुरुष अपने खेत में धरना पर भी बैठ गए .

तभी प्रशासन गड्ढा खुदाई कार्य पर स्वयं रोक लगाकर सप्ताह दिन का समय देकर वे लोग वापस लौट गए। अंत में इसी बात पर ट्रांसमिशन लाइन के लिए गड्ढा खोदवा रहे उक्त कंस्ट्रक्शन के संवेदक और प्रशासनिक अधिकारियों ने बिना गड्ढा खोदवाए जेसीबी मशीन वापस कर लिए, और एक सप्ताह का समय देकर प्रशासनिक अधिकारी स्वयं वापस चले गए, मौके पर एसडीओ मुमताज अंसारी, एसडीपीओ अविनाश कुमार, डीएसपी केदारनाथ राम, इटखोरी बीडीओ साकेत सिन्हा, सीओ राम विनय शर्मा व राजपुर, इटखोरी, मयूरहंड, चतरा सदर के थाना प्रभारी एवं जिला सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।

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