साहिबगंज महाविद्यालय में संविधान निर्माता बाबा साहेब अंबेडकर जी की जयंती धूमधाम से मनाई गई
प्रीतम पांडेय

साहिबगंज महाविद्यालय संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस दौरान बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी की जीवनी तथा उनके विचारों के बारे में बताया गया।कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन कर एवं बाबासाहेब के तस्वीर पर माल्यार्पण करके किया गया।कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि राजमहल विधानसभा के विधायक अनंत कुमार ओझा ने बताया कि बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने भारत के संविधान का निर्माण करके लोकतंत्र को नया आयाम दिया है और भारत के भविष्य को सुदृढ़ बनाने का जो काम किया उसे आज की युवा पीढ़ी को सीख लेनी चाहिए।
उन्होंने जो अपने जीवन में संघर्ष किया वह आज के छात्र छात्राओं के जीवन में मिसाल है। उन्होंने बताया कि हमें अंबेडकर के जीवन से सीख लेकर उनके विचारों को अपने जीवन में क्रियान्वयन करना होगा तथा अधिक से अधिक अंबेडकर के साहित्यिक विचारों को पढ़ना होगा तभी सच्चे अर्थों में भारत का निर्माण संभव है। मौके पर उन्होंने बताया कि साहिबगंज महाविद्यालय में छात्रवास को सुदृढ़ीकरण एवं उसके मरम्मत का कार्य भी किया जाएगा।
साहिबगंज महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ राहुल कुमार संतोष ने बताया कि अंबेडकर जी ने जिस प्रकार छात्र जीवन में संघर्ष किया, अपनी कमियों को अपना ताकत बनाया उसी प्रकार आज के छात्रों को भी अपनी कमी को पकड़कर उसे सुदृढ़ करने का प्रयास करना चाहिए। महाविद्यालय में पढ़ाई जा रही प्रत्येक बातों को जीवन में लागू करने से सफलता प्राप्त होगा। इस दौरान प्राचार्य ने यह भी बताया कि साहिबगंज महाविद्यालय के बीएड एवं महा विद्यालय के पुस्तकालय भवन में संविधान के 80 से 90 प्रतियां छात्रों के अध्ययन के लिए रखी जाएंगी जिससे छात्र संविधान के बारे में अध्ययन कर सकेंगे और अपने अधिकारों को जान सकेंगे साथ ही साथ बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के विचारों से परिचित हो पाएंगे।
साहिबगंज महाविद्यालय के पूर्व सिंडीकेट सदस्य व एनएसएस नोडल अधिकारी डॉ रणजीत कुमार सिंह ने बताया कि डॉ अंबेडकर एक व्यक्ति का नाम नहीं बल्कि एक युग का नाम है, उन्होंने एक नया युग का शुरुआत किया। उनके संघर्ष और उनके जीवन भारत ही नहीं अपितु संपूर्ण दुनिया के लिए प्रेरणा का स्रोत है जिस प्रकार उन्होंने अपने जीवन में अभाव को झेला और उसे झेल कर उच्च शिखर को प्राप्त किया वह वास्तव में तत्कालीन जमाने में अकल्पनीय था। उन्होंने उनके जीवन से प्रेरणा लेकर उनके अच्छे बातों को जीवन में उतारने का संदेश दिया।
कार्यक्रम में छात्र छात्राओं अभिनाश ग्रुप व सूरज ने एकल, सामूहिक नृत्य एवं भव्य रंगारंग कार्यक्रम भी प्रस्तुत की।इस दौरान बिट्टू टुडू ने सरचित कविता पाठ किया साथ ही उन्होंने महाविध्यालय पुस्तकालय में संबिधान का पुस्तक नहीं होने पर खेद जताई साथ ही प्रभारी प्राचार्य से आग्रह किया कि चाहे विज्ञान विभाग हो या कला या वाणिज्य सभी छात्र छात्राओं को भारत का संविधान का अध्ययन करना चाहिए यह अभी तक उपलब्ध नहीं होना पीड़ादायक है, अन्य बहुत सारे वक्ताओं ने अपने अपने विचार को रखा जिनमें साहिबगंज सदर अस्पताल के डॉ मोहन पासवान, उपाध्यक्ष रामानंद साह राम दरस यादव डॉ अजीत बलदेव उरांव साहिबगंज महाविद्यालय के बीसीए के प्रकाश रंजन तथा साइकोलॉजी विभाग के डॉ सिदाम सिंह मुंडा , महाविद्यालय के पूर्व छात्र लॉस हंसदा पूर्व छात्र नायक विपिन रजक एवं दीपक पासवान, बिट्टू टुड्डू और अमन कुमार होली थे।
इस कार्यक्रम का आयोजन डॉ भीमराव अंबेडकर आदिवासी कल्याण छात्रावास के सदस्यों के द्वारा किया गया, कार्यक्रम को सफल बनाने में आदिवासी कल्याण छात्रावास के छात्र नायक अभय कुमार पासवान, प्रशांत पासवान, शिवा सरकार, चितरंजन रविदास, दिलीप दास, छोटे लाल पासवान, ऋतुराज पासवान, सोनू रविदास एवं शशि पासवान आदि ने महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।