
खबर_गिरिडीह जिला में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के प्रथम चरण की मतगणना 21मई को समाप्त हो गई। प्राप्त परिणाम के अनुसार अधिकतर पंचायतों में कमान महिला प्रत्याशियों को मतदाताओं ने सौंपी। अधिकतर पंचायतों के महिला प्रत्याशी साक्षर है ऐसे में उन साक्षर प्रत्याशियों के कार्य उनके प्रतिनिधि ही करेंगे। सरकार और चुनाव आयोग को चुनाव मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों के लिए शिक्षा की एक मापदंड तय करनी चाहिए तभी क्षेत्र का विकास होगा।
जिन पंचायत में साक्षर महिला प्रत्याशियों की जीत हुई है वहां महिला प्रत्याशी केवल हस्ताक्षर ही करेगी ना किसी आला अधिकारियों से बातचीत कर सकेगी और ना ही किसी समस्या का समाधान करने के लिए पंचायत में निकल सकेगी क्योंकि अधिकतर घरेलू कामकाज से उबर ही नहीं पाती है। सर्टिफिकेट महिला प्रत्याशी के नाम पर और सारे काम पुरूष। पंचायती राज में अफसरशाही हावी है ऐसे में कम पढ़ी लिखी होने के कारण कमान पुरूष अपने हाथों में ले लेते हैं। ऐसे में सरकार और चुनाव आयोग के द्वारा तय किए गए महिला आरक्षण का कोई औचित्य नहीं रह जाता है। आईएनएन 24न्यूज से बात करते हुए जीत दर्ज करने वाली महिला प्रत्याशियों ने क्या कहा आइए जानते हैं