• झारखंड बोर्ड क्लास 9वीं का रिजल्ट जारी, ये रहा नतीजे चेक करने के लिए डायरेक्ट लिंक

    झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने झारखंड बोर्ड क्लास 9 के नतीजे जारी कर दिए हैं. वे कैंडिडेट्स जिन्होंने इस साल की झारखंड बोर्ड की क्लास नौ की परीक्षा दी हो, वे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर नतीजे चेक कर सकते हैं. ऐसा करने के लिए ऑफिशियल वेबसाइट का पता ये है – jacresults.com. इस साल झारखंड बोर्ड नौंवी में करीब चार लाख छात्रों ने हिस्सा लिया था, जिनके नतीजे अब जारी किए गए हैं. रिजल्ट देखने के लिए कैंडिडेट्स को अपना रोल नंबर, रोल कोड या ऐसे ही दूसरे डिटेल डालने होंगे. रिजल्ट देखने के लिए डायरेक्ट लिंक नीचे दिया हुआ है.

    इन आसान स्टेप्स से देखें रिजल्ट

    • रिजल्ट देखने के लिए सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं यानी jacresults.com पर.
    • यहां होमपेज पर Jharkhand Class 9 Results नाम का लिंक दिया होगा, उस पर क्लिक करें.
    • ऐसा करते ही एक नया पेज खुलेगा. इस पेज पर आपके अपने लॉगिन डिटेल्स डालने होंगे.
    • डिटेल डालें और सबमिट कर दें.
    • इतना करते ही आपके नतीजे कंप्यूटर स्क्रीन पर दिख जाएंगे.
    • यहां से इन्हें चेक करें, डाउनलोड करें और चाहें तो भविष्य के लिए प्रिंट भी निकाल लें.
    • ये आगे आपके काम आ सकता है.

    प्रोविजनल स्कोरकार्ड होंगे डाउनलोड

    ये जान लें कि वेबसाइट से डाउनलोड किए गए स्कोरकार्ड प्रोविजनल हैं और छात्रों को ओरिजिनल मार्कशीट कुछ समय में स्कूल से मिलेगी. इसके लिए उन्हें थोड़ा इंतजार करना होगा. नतीजे जारी होने के कुछ दिन बाद इसे स्कूल से कलेक्ट किया जा सकता है.

    अपने डिटेल ठीक से कर लें चेक

    कैंडिडेट्स को ये सलाह दी जाती है कि वे जेएसी क्लास 9 के स्कोरकार्ड में दिए सभी डिटेल ठीक से चेक कर लें. उनके नाम, रोल नंबर, विषय, मार्क्स ऑब्टेंड वगैरह जैसे कॉलम में किसी प्रकार की कोई गलती तो नहीं ये देख लें. ऐसा होने पर इसे तुरंत ठीक कराएं.

  • सरकार गठन के बाद पहली बार 10 जून को होगी समन्वय समिति की बैठक, निजी क्षेत्र में 75% आरक्षण पर चर्चा

    झारखंड राज्य समन्वय समिति की बैठक 10 जून को होगी. शिबू सोरेन इसके अध्यक्ष हैं. इनकी अध्यक्षता में रांची के मोरहाबादी स्थित उनके आवासीय कार्यालय में बैठक आयोजित की जाएगी. बैठक का समय 11 बजे निर्धारित किया गया है. मंत्रिमंडल सचिवालय और निगरानी विभाग (समन्वय) की ओर से ये जानकारी दी गयी है. झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के नेतृत्व में 9 सदस्यीय झारखंड राज्य समन्वय समिति गठित की गयी है. इसके 4 सदस्यों को मंत्री का दर्जा दिया गया है.

    शिबू सोरेन को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, सरफराज अहमद, फागु बेसरा, विनोद पांडेय व योगेंद्र महतो को सदस्य बनाया गया है. इस समिति में हेमंत सोरेन सरकार में कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम, सत्यानंद भोक्ता को विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में शामिल किया गया है, जबकि बंधु तिर्की को आमंत्रित सदस्य बनाया गया है. सरकार ने पिछले दिनों राज्य के अंदर निजी क्षेत्र के प्रतिष्ठानों में 75 प्रतिशत स्थानीय युवकों को नियोजन में रखने का निर्णय लिया है. इसे लेकर श्रम विभाग की ओर से पोर्टल भी जारी किया गया है.

    इन्हें मिला है मंत्री का दर्जा

    राजेश ठाकुर, फागु बेसरा, विनोद पांडेय और योगेंद्र महतो को मंत्री का दर्जा प्राप्त है. इन्हें मंत्री को मिलने वाली तमाम सुविधाएं मिल रही हैं. इनका कार्यकाल तीन साल का है. राज्य में विकास की संभावनाएं तलाशने और जन-आकांक्षा के अनुरूप राज्य की विकास योजनाओं के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए इस समिति का गठन किया गया है, लेकिन लंबे वक्त से कोई बैठक नहीं की गयी है.

    • तीन साल है समन्वय समिति का कार्यकाल झारखंड राज्य समन्वय समिति का कार्यकाल तीन साल का होगा.
    • समय-समय पर झारखंड राज्य समन्वय समिति राज्य सरकार को परामर्श देगी.
    • झारखंड राज्य समन्वय समिति का कार्यालय समिति के अध्यक्ष के आवास में ही होगा.
    • हर महीने झारखंड राज्य समन्वय समिति की बैठक होगी.
    • झारखंड सरकार समिति को सचिवालीय सहायता उपलब्ध करवाएगी.
  • दिल दहलाने वाली घटना… रांची में गैंगवार, युवक को सड़क पर दौड़ाकर 6 गोलियां मारीं, मौत

    बरियातू थाना क्षेत्र के एदलहातू स्थित टाेंटो चाैक के समीप बाइक सवार 4 अपराधियों ने मंगलवार की शाम करीब 5.45 बजे एक युवक को बीच सड़क पर दाैड़ाकर 6 गाेलियां मारीं। उसकी वहीं माैत हाे गई। मृतक का नाम तनवीर आलम उर्फ बिट्टू खान है।

    बिट्‌टू टाेंटो चौक का रहने वाला था। अपराधियाें की पहचान कालू लामा गिराेह के राेहन वर्मा, बीड़ी और अभिषेक मल्लिक के रूप में की गई है, एक अज्ञात है। सभी फरार हैं। बिट्टू खान ने 16 माह पहले माेरहाबादी में कुख्यात अपराधी कालू लामा और लवकुश शर्मा के बीच हुए गैंगवार में रेकी की थी।

    तब बरियातू थाने में हाजिरी देकर निकले कालू लामा की जानकारी बिट्टू ने ही लवकुश गिराेह काे दी थी। इसके बाद माेरहाबादी में कालू लामा की हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने रेकी के आराेप में बिट्टू काे जेल भेजा था। 6 माह पहले जमानत पर वह बाहर आया था। फिलहाल जमीन की खरीद-बिक्री का काम कर रहा था। सिटी एसपी शुभांशु जैन ने बताया कि हत्याकांड में शामिल आरोपियों के गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।

    इकलौता बेटा था बिट्टू, दो महीने पहले ही किया था प्रेम विवाह

    बिट्टू खान अपने माता-पिता का अकेला बेटा था। 16 माह पहले जेल जाने के बाद घर की आर्थिक स्थिति खराब हाे गई थी। जमानत पर जेल से छूटकर आने के बाद वह जमीन का कारोबार करने लगा। 2 माह पहले उसने हिंदपीढ़ी में रहने वाली एक युवती से प्रेम विवाह किया था।

  • झारखंड में टला बड़ा ट्रेन हादसा:राजधानी एक्सप्रेस टकराई ट्रैक्टर से, ट्रेन के ड्राइवर ने लगाई इमरजेंसी ब्रेक

    झारखंड में एक बड़ा ट्रेन हादसा टल गया। ड्राइवर की समझदारी की वजह यह हादसा टला। झारखंड के बोकारो में संथालडीह रेलवे क्रॉसिंग के पास यह हादसा हो सकता था। फाटक पर तैनात व्यक्ति की लापरवाही से बड़ा हादसा हो सकता था।

    ड्राइवर की समझदारी ने बचाई जान

    नयी दिल्ली से भुवनेश्वर जा रही राजधानी एक्सप्रेस मंगलवार को भोजूडीह रेलवे स्टेशन के संथालडीह रेलवे क्रॉसिंग में ट्रैक्टर से टकरा गयी। चालक ने समय रहते ब्रेक लगा दिया अगर गाड़ी रफ्तार में होती तो बड़ा हादसा हो सकता था। सही पर लग लगे ब्रेक की वजह से हादसा टल गया। ट्रैक्टर की ट्रौली ट्रेन की बोगी में फंस गयी। 45 मिनट तक राजधानी यही ठहरी रही। ट्रौली को हटाने के बाद ट्रेन यहां से रवाना हुई।
    रेलवे ने की तुरंत कार्रवाई गेट मेन निलंबित

    इस दुर्घटना के बाद रेलवे ने तुरंत कार्रवाई करते हुए फाटक पर तैनात गेट मेन को निलंबित कर दिया। घटना मंगलवार को दिन के करीब 4.45 में हुई। बताया जा रहा है कि फाटक पर तैनात व्यक्ति ने लापरवाही दिखाई। इस लापरवाही की वजह से बड़ा हादसा हो सकता था। ट्रेन के आने की सूचना के बाद भी फाटक गिराने में देरी की गयी। जबतक फाटक गिराया जाता तबतक ट्रैक्टर पहुंच गया। दूसरी तरफ से ट्रेन भी आ गई। ट्रैक्टर का चालक गाड़ी छोड़ कर भाग निकला औऱ ट्रैक्टर पटरी पर खड़ी रही।

    तुरंत तैनात हुई आरपीएफ

    ट्रेन के ड्राइवर ने समझदारी दिखाई और ब्रेक लगा दिया। भोजूडीह स्टेशन के अधिकारियों को इसकी सूचना मिली तो हड़कंप मच गया। आरपीएफ की टीम को बुलाया गया। कर्मचारियों ने ट्रैक्टर ट्रौली को ट्रेन की बोगी अलग किया। ट्रेन शाम 5.27 बजे भुवनेश्वर के लिए रवाना हुई। आद्रा मंडल के सीनियर डीसीएम विकास कुमार ने बताया कि घटना को लेकर जांच शुरू कर दी गयी है. प्रथम दृष्टया गेट मेन की लापरवाही सामने आयी है. उसे निलंबित कर दिया है। ओड़िशा के बालासोर में हुए ट्रेन हादसे के बाद लोगों के मन में डर बैठ गया है। इस तरह की लापरवाही बड़ी दुर्घटना के संकेत देती है।

  • झारखंड के 48 नगर निकायों में अगस्त में चुनाव, जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को मतदाता सूची तैयार करने का निर्देश

    झारखंड के सभी 48 नगर निकायों में चुनाव कराने के लिए संबंधित जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्तों को पत्र लिखा गया है। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जिला निर्वाचन पदाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि 10 जुलाई तक नगर निकायों की अंतिम मतदाता सूची उपलब्ध कराएं। इसी से संभावना जताई जा रही है कि अगस्त, 2023 में सरकार नगर निकाय का चुनाव संपन्न करा लेगी।

    जिले में तीन नगर निकाय में होगा चुनाव

    राज्य निर्वाचन आयोग का पत्र मिलते ही पूर्वी सिंहभूम की जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त विजया जाधव ने नगर निकाय निर्वाचन पदाधिकारी अभिषेक कुमार को नगरपालिका आम निर्वाचन 2023 के निर्वाचन के लिए मतदाता सूची की तैयारी के साथ ही निर्वाचन आयोग के निर्देश का अनुपालन कराने को कहा है। इस संबंध में अभिषेक कुमार ने बताया कि जिले में तीन नगर निकाय मानगो, जुगसलाई व चाकुलिया में चुनाव कराना है।

    जुगसलाई में 41 साल बाद व मानगो में पहली बार होगा चुनाव

    यदि नगर निकाय का चुनाव होता है तो जुगसलाई में 41 साल बाद व मानगो में पहली बार चुनाव होगा। जुगसलाई नगर परिषद और मानगो नगर निगम का गठन चार साल पूर्व हुआ था। इससे पहले 1982 में जब जुगसलाई नगरपालिका थी, तब चुनाव हुआ था। साथ ही चाकुलिया नगर पंचायत में भी चुनाव होना है।

    चाकुलिया नगर पंचायत का चुनाव 2010 से होता आ रहा है, पर गठन के बाद मानगो नगर निगम व जुगसलाई नगर परिषद का चुनाव अभी तक नहीं हो पाया है। मानगो नगर निगम में 36 व जुगसलाई नगर परिषद में 22 वार्ड का गठन किया गया है।

    पूर्वी सिंहभूम में नगर निकाय निर्वाचन पदाधिकारी अभिषेक कुमार ने बताया, राज्य निर्वाचन आयोग से मतदाता सूची का विखंडीकरण करने के निर्देश मिले हैं। इस संबंध में पूर्वी सिंहभूम जिले में तीन नगर निकाय मानगो नगर निगम, जुगसलाई नगर परिषद व चाकुलिया नगर परिषद में चुनाव कराना है। इसके लिए मानगो, जुगसलाई व चाकुलिया से संबंधित अंचलाधिकारी व नगर निकाय के कार्यपालक पदाधिकारी को मतदाता सूची का विखंडीकरण को लेकर पत्र लिखा जा रहा है।

  • हजारीबाग में पिछले 24 घंटे से जारी है ED की रेड, संजय सिंह के ठिकानों से मिले कई महत्वपूर्ण दस्तावेज!

    झारखंड में पिछले 24 घंटे से प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी जारी है. हजारीबाग जिले के बालू व्यवसाय संजय सिंह के ठिकानों पर ये छापेमारी चल रही है कल सुबह 7:00 बजे से चल रही है. ED की 5 सदस्य टीम मिशन रोड स्थित उनके आवास पर छानबीन कर रही है. इस दौरान पूरे घर को ही सील कर दिया गया है और किसी भी व्यक्ति को प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जा रही है. प्राप्त जानकारी के अनुसार, ED की टीम को रेड के दौरान संजय सिंह के ठिकाने से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले हैं, जिसे खंगाला जा रहा है.

    कौन हैं संजय सिंह?

    संजय सिंह हजारीबाग के प्रसिद्ध व्यवसाईयों में से एक हैं. साथ ही वे हजारीबाग क्रिकेट एसोसिएशन के सेक्रेटरी भी हैं. उनके बड़े भाई (राजीव कुमार सिंह) मणिपुर में डीजीपी के पद पर सेवा दे रहे हैं. सदर हॉस्पिटल के सामने उन्होंने हाल में एक क्लिनिक भी खोला है. वे आरा के कोलयवर के मुखिया भी रह चुके हैं. बालू के साथ साथ ठेकेदारी, फिल्म जगत में पैसा लगाना भी इनका व्यवसाय का हिस्सा है. ऐसे में कहा जाए तो ईडी की बड़ी दबिश हजारीबाग में देखने को मिली है. बिहार के जाने-माने बालू व्यवसाय जगनारायण सिंह के यह पार्टनर भी बताए जाते हैं. ये पूरा मामला बिहार के औरंगाबाद में सैंड माइनिंग से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है.

    क्या है पूरा मामला?

    बिहार में अवैध बाबू खनन से करोड़ों की कमाई के मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने सोमवार को मनी लॉन्ड्रिंग के तहत धनबाद के 9, हजारीबाग के 1 समेत बिहार व पश्चिम बंगाल में 24 ठिकानों पर छापेमारी की. धनबाद के पुंज सिंह, जगनारायण सिंह, सुरेंद्र जिंदल, अशोक जिंदल व मिथिलेश सिंह के आवास समेत उनके कार्यालय पर दबिश दी गई है. इसके अलावा बिहार के एमएलसी राधाचरण साह व उनके पार्टनर अशोक कुमार के भोजपुर व संजय सिंह के हजारीबाग स्थित आवास पर छापेमारी हुई है. ये सभी कारोबारी बिहार में बालू का उत्खनन करने वाली कंपनी ब्रॉडसन और आदित्य मल्टीकॉम से जुड़े हैं. ED द्वारा इस केस की कार्रवाई वर्ष 2021 से जारी है.

    ED ने यहां-यहां दी दबिश

    1. जगनारायण सिंह उर्फ जगन सिंह के बेकारबांध फोरेस्ट कॉलोनी स्थित ठिकाने पर रेड.
    2. जगनारायण सिंह के कंबाइंड बिल्डिंग में सिटी सेंटर में दो कार्यालयों पर रेड.
    3. जगनारायण सिंह के पिता नौरंगदेव सिंह के एलसी रोड स्थित आवास पर रेड.
    4. पुंज सिंह के मेमको के पास अलौलिक कासा में स्थित आवास पर दबिश.
    5. मिथिलेश सिंह के मेमको के पास अलौलिक कासा में स्थित आवास पर रेड.
    6. सुरेंद्र जिंदल का धैया चनचनी कॉलोनी स्थित आवास पर रेड.
    7. अशोक जिंदल के सिंदरी में नूतनडीह स्थित आवास पर छापेमारी.
    8. संजय सिंह के हजारीबाग स्थित आवास पर कार्रवाई.

  • ओड़िशा ट्रेन हादसा: जिसे मृत समझा वो वापस लौटा:बेटे की लाश देखकर पैसे नहीं होने की वजह से नहीं ला सके शव,बाद में मिली जानकारी जिंदा है बेटा

    ओड़िशा के बालासोर ट्रेन हादसे में झारखंड के भी कई लोग मारे गये। आंकड़े के अनुसार चार लोगों की मौत हो गयी जबकि 11 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। इस हादसे में गिरिडीह जिले के गावां थाना क्षेत्र के पथलडीहा के युवक के मौत की खबर मिली। पूरा परिवार शोक मनाने लगा। अचानक देर रात उसके जीवित होने की खबर आयी तो परिवार में खुशी लौट आयी।

    चेन्नई में काम करता था बेटा
    गंगा भुइयां का बेटा पवन कुमार( (19 वर्षीय) गुरुवार की अहले सुबह चेन्नई जाने के लिए अपने घर से निकला था। वह चेन्नई में एक रेस्टोरेंट में काम करता था। शाम चार बजे कोलकाता में वह कोरोमंडल ट्रेन पर सवार हुआ था। ट्रेन पर बैठने के बाद उसने अपने मां पिताजी से बात भी की थी। बाद में परिजनों को ट्रेन के दुर्घटनाग्रस्त होने की खबर मिली। परिवार वाले परेशान हो गये।

    गांव के लोगों ने पैसे जमा कर भेजा
    गांव के कुछ लोगों ने परिवार की हालत देखी तो पैसे जमा करके आपसी सहयोग से एक गाड़ी का इंतजाम किया और परिजनों को घटना स्थल भेजा। युवक के पिता गंगा भुइयां, पूर्व वार्ड सदस्य लालो भुइयां,पड़ोसी मन्नु शर्मा व वाहन चालक शनि दास घटना स्थल पर पहुंचे। घटना स्थल पर इन्होंने अपने बेटे की खूब तलाश की। कई शव के चेहरे देखे। एक शव की पहचान बेटे के रूप में की। उसे गांव लाने के लिए परिवार वालों के पैसे नहीं थे। बेटे का शव देखकर परिजन वापस लौट गये। बेटे का शव अपनी आंखों से देखा था परिजन परेशान थे, घर में मातम था।

    देर रात मिली जानकारी जिंदा है बेटा
    रविवार की देर रात आसनसोल पहुंचने पर जिला विधिक सेवा प्राधिकार झालसा के सचिव सौरभ कुमार गौतम के द्वारा परिजनों को सूचना दी गई कि उनका बेटा जीवित है। इलाज कटक के एक अस्पताल में चल रहा है। सूचना पर युवक के पिता गंगा भुइयां समेत अन्य परिजन अस्पताल के लिए रवाना हो गये, पुष्टी उसके पिता ने भी फोन पर की है। जाकर देखा तो बेटा सुरक्षित था।

  • आज पाटलिपुत्र व रांची-गोड्डा एक्सप्रेस बदले मार्ग से चलेगी, ओडिशा हादसे की वजह कई ट्रेनें कैंसिल, देखें लिस्‍ट

    धनबाद से रांची के बीच कोटशीला स्टेशन पर ट्रैफिक ब्लाक के कारण यात्री ट्रेनें प्रभावित रहेंगी। धनबाद से चंद्रपुरा और बोकारो होकर रांची जाने वाली ट्रेनें बरकानाना होकर और टाटा जाने वाली ट्रेन पुरुलिया व चांडिल होकर चलेंगी।

    दक्षिण पूर्व रेलवे की ओर से बताया गया है कि आद्रा मंडल के कोटशीला स्टेशन के पुराने फुट ओवरब्रिज के गार्डर को तोड़ा जाएगा। छह जून की देर रात 12:25 से सुबह 6:50 तक छह घंटे 25 मिनट का ट्रैफिक लिया जाएगा। इस वजह से रात में कोटशीला होकर ट्रेनें नहीं चल सकेंगी।

    इन ट्रेनों का बदलेगा मार्ग

    • 18621 पटना- हटिया पाटलिपुत्र एक्सप्रेस चंद्रपुरा, बरकाकाना व मूरी होकर चलेगी।
    • 18620 गोड्डा – रांची एक्सप्रेस चंद्रपुरा, बरकाकाना और मूरी होकर चलेगी।
    • 18186 गोड्डा – टाटा एक्सप्रेस बोकारो, पुरुलिया, चांडिल होकर टाटा जाएगी।

    लेट चलने वाली ट्रेनें

    • गोरखपुर-हटिया मौर्य एक्सप्रेस गोरखपुर से दो घंटे लेट से खुलेगी।
      • 13404 भागलपुर-रांची वनांचल एक्सप्रेस आधे घंटे तक रोक कर चलाई जाएगी।

      इधर, ओडिशा के बालेश्वर में दो जून को हुए रेल हादसे के कारण गोमो, बोकारो, भागा व महुदा होकर चलने वाली ट्रेनें अब भी सामान्य नहीं हो सकी हैं। रेलवे ने मंगलवार व बुधवार को चलने वाली चार ट्रेनों को रद्द कर दिया है। गौरतलब है कि इस हादसे में 275 लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों की संख्‍या में लोग घायल हुए हैं।

      ओडिशा का भयावह रेल हादसा

    • इस हादसे में तीन ट्रेनें शामिल थीं। एक मालगाड़ी, जो कि लूप लाइन में खड़ी थी और दो सुपर फास्ट एक्सप्रेस ट्रेनें- शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल सुपर फास्ट एक्सप्रेस और सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनल-हावड़ा सुपर फास्ट एक्सप्रेस, जिनके कुल 17 डिब्‍बे पटरी से उतर गईं।

      यह हादसा बीते शुक्रवार यानि कि 2 जून को ओडिशा के बालासोर के पास बाहानगा स्‍टेशन के पास हुआ। इस दौरान सबसे पहले कोरोमंंडल मालगाड़ी से जा टकराई, जिससे ट्रेन के 12 डिब्‍बे पटरी से उतर गए और कुछ बगल के ट्रैक पर चले गए, जिस पर बेंगलुरु से चली यशवंतपुर-हावड़ा एक्सप्रेस गुजर रही थी। इन डिब्‍बों से यह ट्रेन जा टकराई और भीषण हादसा हो गया।

      रद्द की गई ट्रेनें

      • आनंदविहार-भुवनेश्वर ओडिशा संपर्क क्रांति एक्सप्रेस आज रद्द।
        • 12876 अनंदविहार-पुरी नीलांचल एक्सप्रेस आज रद्द।
        • पुरी-आनंदविहार नंदनकानन एक्सप्रेस सात जून को रद्द।
        • 12819 भुवनेश्वर – आनंदविहार ओडिशा संपर्क क्रांति सात जून को रद्द।
  • बिना हेलमेट वालों का भी कटेगा ऑटोमैटिक चालान:ट्रैफिक कंट्रोल रूम से सीधा घर जाएगा चालान, शहर में व्यवस्था लागू

    अब राजधानी रांची में बिना हेलमेट के बाइक चलाने वालों का ऑटोमैटिक चालान कट रहा है। ऐसे में वैसे लोगों को चेत जाने की जरूरत है, जो बिना हेलमेट के शहर की सड़कों में फर्राटे भरते थे। रांची की ट्रैफिक पुलिस ने अपने काम करने के तरीके में कई बदलाव कर दिए हैं। विशेष रूप से वैसे लोग जो बिना हेलमेट के वाहन चलाते हैं, उनका ऑटोमैटिक चालान कट जाएगा। ट्रैफिक पुलिस वाहन चालक के पास आएगी भी नहीं। चालान कटने के बाद सीधा आपके रजिस्टर्ड पते पर पहुंच जाएगा। और यह सबकुछ होगा चौराहे पर लगे कैमरे की मदद से । शहर में यह व्यवस्था काम करना भी शुरू कर दिया है।

    18 जगहों पर लगे हैं नंबर प्लेट रीडिंग कैमरे
    इस सिस्टम को लागू करने के लिए शहर में 18 जगहों पर कैमरे लगाए गए हैं। ये कैमरे काम भी कर रहे हैं। इस संबंध में ट्रैफिक डीएसपी जीवाहन उरांव ने बताया कि नयी सिस्टम के तहत जब बिना हेलमेट वाले चालक इन कैमरे के दायरे में आएंगे, कैमरे उनकी गाड़ी का नंबर प्लेट रीडिंग करेगा। फिर नंबर प्लेट को स्कैन कर, उसमें दर्ज पते पर चालान भेज दिया जा रहा है। इस सिस्टम का लाभ भी देखने को मिल रहा है। यह सिस्टम शहर में लगाए गए सीसीटीवी कैमरों में हुई रिकॉर्ड के आधारा पर की जाएगी। बिना हेलमेट वालों का ऑटोमेटिक चालान काटने की व्यवस्था को शहर में लागू भी कर दिया गया है।

    अब तक क्या होता था
    ट्रैफिक डीएसपी जीवाहन उरांव के मुताबिक अब तक ऑटोमेटिक चालान काटने की व्यवस्था केवल वैसे लोगों पर लागू थी जो सिर्फ रेड लाइट जंप करते थे। इसके अतिरिक्त ट्रैफिक के अन्य नियम के लिए ट्रैफिक पोस्ट के पास रहने वाले अधिकारियों के जरिए पूरा होता था। ऐसे में अक्सर देखने को मिलता था कि लोगों और ट्रैफिक पुलिस के बीच बहस हो जाया करती थी। लेकिन इस नए सिस्टम के लागू होने से ऐसा कुछ नहीं होगा। यातायात नियम तोड़ने वालों को ट्रैफिक कंट्रोल रूम से ही उनके घर पर चालान भेजा जाएगा।

    आगे क्या होगा
    ट्रैफिक डीएसपी जीवाहन उरांव के मुताबिक शहर के विभिन्न जगहों पर लगे आरएलवीडी-एएनपीआर कैमरा नियम तोड़ने वाले वाहन के नंबर प्लेट को चिह्नित करेगा। हाई स्पीड कैमरे वाहन के नंबर प्लेट की फोटो भी खींचेगा। इसके बाद उसे कंट्रोल रूम भेजेगा। कंट्रोल रूम में रजिस्ट्रेशन नंबर के जरिए पुलिस चालक की डिटेल निकालेगी और डाक से उसके घर पर चालान भेजेगी।

    अब तक चार हजार चालान कटे
    ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक इस व्यवस्था के तहत तीन माह पहले तक लगभग चार हजार लोगों को चालान भेजा गया है। ट्रैफिक पुलिस के अनुसार कई चालकों ने ऑनलाइन चालान जमा कर दिया है। लेकिन जिन्होंने अब तक इसे नहीं भरा है, उन्हें रिमाइंडर भेजा जा रहा है। अभी तक सिर्फ रेड लाइट जंप करने पर ही ऑटोमेटिक चालान काटा जा रहा था। लेकिन जल्द ही रांची में ड्राइव करते समय मोबाइल पर बात करने, ट्रिपल राइड, सीट बेल्ट नहीं लगाने पर भी ऑटोमेटिक चालान कटेगा।

  • ओडिशा ट्रेन हादसा: 250 शवों की पहचान के लिए गांव-गांव भेजी जाएगी मृतकों की तस्वीर, DC रांची ने बनाया प्लान

    ओडिशा ट्रेन हादसे की चपेट में आए झारखंड वासियों की मदद के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर रांची के उपायुक्त के नेतृत्व में गठित टीम बालासोर पहुंची हुई है। उपायुक्त डॉ. राहुल कुमार के नेतृत्व में गठित टीम जब बालासोर मेडिकल कॉलेज पहुंची तो क्षत-विक्षत शवों की हालत देखकर टीम के सभी सदस्य सिहर गए।

    रांची उपायुक्त डॉ. राहुल कुमार सिन्हा ने बताया कि शवों की हालत ऐसी है कि उसकी पहचान करना मुश्किल हो रहा है। उन्होंने ऐसी हृदयविदारक दुर्घटना पहले नहीं देखी थी। शवों को देख सभी अधिकारियों की आंखे नम हो गई।

    इस बीच बालासोर जिला प्रशासन ने झारखंड से गई टीम को 250 शवों की सूची सौंपी है। इसमें हर शव का एक-एक फोटो भी शामिल है। यहां से गई टीम के सामने अब शवों की पहचान करना एक बड़ी समस्या उभर कर सामने आ रही है।

    4.5 हजार को भेजी जाएगी डीटेल

    उपायुक्त राहुल सिन्हा ने बताया कि इसके लिए उनलोगों ने एक प्लान तैयार किया है, जिसमें हर शव की तस्वीर पंचायती राज्य निदेशक के माध्यम से राज्य के 4.5 हजार मुखिया को भेजी जाएगी। उनसे ही अपने गांव में, क्षेत्र में पहचान करायी जाएगी।

    उन्होंने बताया शव की पहचान करने के बाद ही झारखंड से कितने लोगों की मौत हुई है यह पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगा। फिलहाल रविवार को इलाज के दौरान गोड्डा के दो घायलों की मौत हो गई, जिन्हें सड़क मार्ग से एंबुलेंस से घर भेजा गया है।

    सबसे अधिक गोड्डा व दुमका के यात्री

    फिलहाल जो आंकड़े रेलवे की तरफ से मिल रहे हैं, उसमें झारखंड के जो यात्रियों घायल हुए हैं या फिर मौत हुई है, उनमें से अधिकतर गोड्डा या फिर दुमका जिले के रहने वाले है। उपायुक्त ने बताया कि सबसे अधिक मौतें इन जिलों के जरमुंडी, महागामा, बोआरीजोर व ठाकुरगंगटी के लोगों की हुई है।

    फिलहाल जो 250 शवों की फोटो मिली है उसे दुमका और गोड्डा के मुखियाओं को भेजा गया है। वहां से जो जानकारी मिलेगी उसके बाद स्थिति स्पष्ट होगी। फिलहाल अन्य पहलुओं पर भी काम किया जा रहा है। बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा, श्रम सचिव राजेश शर्मा, सदर अस्पताल से डाक्टरों की टीम ओडिशा के बालासोर गए हैं।

    झारखंड के घायलों के इलाज में जुटी डॉक्टरों टीम

    रांची से पहुंची टीम बालासोर मेडिकल कॉलेज में झारखंड के लोगों और घायलों को चिन्हित कर उनके इलाज में जुट गई है। कई घायलों की सर्जरी बुधवार को तय की गई है, इसके साथ ही जिन्हें हल्की चोटें लगी है उन्हें झारखंड वापस भी भेजा जा रहा है।

    रविवार को चार लोगों को उपचार के बाद यहां से गई टीम ने उनके घर उन्हें रवाना किया। वहीं, यह घटना कोलकाता-चेन्नई मेन लाइन पर हुई है। ऐसे में काफी ट्रेनों के रूट को बदला गया है। जबकि कई ट्रेनों को रद कर दिया गया है। जबकि कई ट्रेनों को शॉर्ट टर्मिनेट किया गया है।

Back to top button
error: Content is protected !!