राजपुरा कोलयरी के बंद खादान में 30 घंटे बाद पहुंची NDRF की टीम, खोजबीन में जुटी
मनोज कुमार सिंह ब्यूरो चीफ

ईसीएल मुगमा क्षेत्र के बंद राजपुरा कोलियरी खदान में शुक्रवार को डूबे आठवीं का छात्र जमशेद को 30 घंटे बाद भी नहीं निकाला जा सका है। शनिवार को एनडीआरएफ टीम का इंतजार सारा दिन शिवलीबाड़ी के ग्रामीण करते रहे। जिससे जमशेद के परिजनों के अलावे स्थानीय लोगों में गुस्सा देखा गया। घटना की सूचना पर शनिवार के दोपहर निरसा विधायक अपर्णा सेनगुप्ता शिवलीबाड़ी पहुंची। जिनके समक्ष लोगों ने आक्रोश व्यक्त किया। अविलंब एनडीआरएफ टीम को बुलाने की मांग की। विधायक सेनगुप्ता ने एग्यारकुण्ड सीओ अमृता कुमारी से मोबाइल पर बात की। सीओ ने देवघर से गोताखोर की टीम बुलाने का भरोसा दिलाया। कहा कि शाम तक टीम आ जायेगी। सूचना पर पूर्व विधायक अरूप चटर्जी भी पहुंचे।
ईधर झामुमो के वरिष्ठ नेता अशोक मण्डल भी मौके पर पहुंचे और जिला प्रशासन से जमशेद को निकालने के लिये ठोस कदम उठाने की मांग की। देर शाम करीब 8 बजे एनडीआरएफ की टीम घटना स्थल पहुंची। तुरंत सभी बच्चें की खोज शुरू कर दी। सीओ अमृता कुमारी, बीडीओ विनोद कर्मकार, मुखिया मो सनोव्वर, गुलाम कुरैशी, गुलजार, लखी सोरेन, रंजीत मोदी, मो मुस्तकीम वही चिरकुंडा अंचल पुलिस निरीक्षक योगेंद्र पासवान कुमारधुबी ओपी प्रभारी ललन प्रसाद सिंह, गलफरबाड़ी ओपी प्रभारी संजय उरांव सहित अन्य लोग भी मौके पर थे। बता दें कि शुक्रवार को दोपहर ढाई बजे जमशेद कुछ साथियों के साथ खदान में नहाने गया था। इसी दौरान वह खदान के गहरे पानी में डूब गया।