JHARKHAND

प्रदेश काम करने गए युवक का दिमागी संतुलन बिगड़ गया था पांच वर्ष बाद मुंबई के श्रद्धा फाउंडेशन ने परिजन को सोपा

अजय प्रजापति तिसरी

तिसरी प्रखंड अंतर्गत बेलवाना पंचायत के अति नक्सल प्रभावित गांव कनीचिहार निवासी बैजू मरांडी पिता स्व मंझला मरांडी का दिमागी हालत ठीक कराने के उपरांत बुधवार को उसके परिजनो को मुंबई के श्रद्धा फाउंडेशन कार्यकर्ता समर बसाक तिसरी पहुंच कर परिजनो को सोपा ।

समर बसाक ने बताया बैजू मरांडी दिल्ली के अपना घर आश्रम में विक्षिप्त अवस्था द्वारा उन्हे मिला था । वह उसे मुंबई में डॉक्टर भरत भारतवानी द्वारा दो माह तक इलाज कराने के उपरांत इनकी यादाश्त वापस आने।पर अपना घर माता परिजन को याद करते हुए घर वापस आने की इच्छा जाहिर करने तब इन्हें वापस परिजनो के पास लाया गया है । दो माह की दवाई इन्हे दिया गया है और जितनी दवा इन्हे जरूरत पड़ेगी संस्था इन्हे कुरियर के माध्यम से भेजती रहेगी ।

बैजू मरांडी ने बताया उनके पिताजी के मृत्यु के उपरांत वह किशोरा अवस्था 2017में मेहनत ही मेहनत मजदूरी करने तीन दोस्तो के साथ सूरत चला गया था । सूरत से कर्नाटक और वहा से दिल्ली वापस आते समय उसके सारे कपड़े कमाए हुए रुपए ट्रेन में चोरी हो जाने केंकरण दिमाग नही काम करने लगा था । वह गुम सुम रहने लगा था । किसी के माध्यम से दिल्ली अपना घर आश्रम में पहुंचा था । जहा से वह श्रद्धा फाउंडेशन गया जहा उसकी मुफ्त इलाज हुई और वह अब अपना घर वापस आया है ।

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