
रांची | प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 75 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले में शामिल ज्ञान प्रकाश सरावगी को गिरफ्तार किया है . यह गिरफ्तारी मनी लाउंड्रिंग के आरोप में सरावगी बंधुओं के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के मद्देनजर हुई है. इडी (ED) ने ज्ञान प्रकाश को पूछताछ के लिए अपने कार्यालय में बुलाया था. उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया. इडी द्वारा दर्ज प्राथमिकी में सरावगी बंधुओं के अलावा सीए अनीस अग्रवाल को अभियुक्त बना दिया गया है.
सवालों का जवाब नहीं दे पा रहा था ज्ञान प्रकाश :
इडी ने बीओआइ में हुए 75 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले की जांच के दौरान पूछताछ के लिए ज्ञान प्रकाश सरावगी को सम्मन भेजा था. पिछले डेढ़ महीने से टालमटोल करने के बाद ज्ञान सरावगी मंगलवार को इडी के दफ्तर में हाजिर हुआ. हालांकि वह इडी अधिकारियों के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दे रहा था. विभिन्न कंपनियों के नाम पर कर्ज लेने के लिए बैंक में बतौर गिरवी जमा किये गये जमीन और फ्लैट से संबंधित दस्तावेज की जानकारी भी नहीं दे रहा था.
आज रिमांड पर देने का किया जायेगा अनुरोध :
ज्ञान प्रकाश को बुधवार को न्यायालय के समक्ष पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर देने का अनुरोध किया जायेगा. इडी द्वारा दर्ज प्राथमिकी में यह आरोप लगाया गया है कि सरावगी बंधुओं ने कागजी कंपनियां बनायीं. इसके बाद कंपनी का फर्जी दस्तावेज तैयार कर बैंक से कर्ज लिया. बैंक से लिये गये कर्ज को फर्जी व्यापार दिखा कर कर्ज की रकम को दूसरी कागजी कंपनियों के नाम पर ट्रांसफर किया. इसके बाद इस रकम को सरावगी बिल्डर्स एंड प्रोमेटर्स के खाते में ट्रांसफर किया. इडी की प्राथमिकी में सरावगी बंधुओं की कंपनियों के अलावा सीए अनीस अग्रवाल को भी अभियुक्त बनाया गया है.