आयुष्मान कार्ड से इलाज न होने से नाराज डायलिसिस के मरीजों ने किया प्रदर्शन

धनबाद | धनबाद में बकाया बिल भुगतान की मांग को लेकर धनबाद के सभी प्राइवेट अस्पतालों ने प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना से इलाज बंद कर दिया है। इससे नाराज डायलिसिस के मरीजों ने सोमवार को बैंकमोड़ के धनबाद नर्सिंग होम के सामने विरोध प्रदर्शन करते नजर आये। इस प्रदर्शन में बहुत सरे लोग और बहुत सरे डायलिसिस के मरीज शामिल रहे।
प्रदर्शन में शामिल डायलिसिस के मरीजों का कहना था कि प्रधानमंत्री द्वारा आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत झारखंड से की थी। सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना को धनबाद के प्राइवेट अस्पतालों ने अपने यहां बंद कर दिया है। प्राइवेट अस्पतालों के इस आमानवीय कृत के कारण डायलिसिस के मरीज मरने के कगार पर पहुंच गए हैं। मरीजों को सप्ताह में 2 से 3 डायलिसिस लेना पड़ता है। निजी अस्पताल एक बार डायलिसिस करने के 1500 -2500 रुपए लेते हैं। गरीब मरीजों के लिए इतना पैसा देना संभव नहीं है। धनबाद में लगभग 450 डायलिसिस के मरीज हैं। इसमें लगभग 400 मरीजों का डायलिसिस प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना के तहत होता था।
प्राइवेट अस्पतालों द्वारा डायलिसिस बंद करने के कारण इन मरीजों का डायलिसिस बंद हो चुका है। कई लोगों की स्थिति काफी खराब हो चुकी है। विरोध प्रदर्शन करने वालों में रीना कुमारी, सरिता कुमारी, महेंद्र साहू, मंजू देवी, मुकेश कुमार, हीरालाल महतो, मीरा कुमारी, कपिल राणा, चंद्रभूषण, मोहम्मद नईम अंसारी, नौशाद , कृष्ण मोहन सिंह, पलटू पॉल,चांदनी कुमारी आदि शामिल थे। डायलिसिस के मरीजों ने यह भी कहा है कि यदि प्राइवेट अस्पताल जल्द आयुष्मान भारत योजना के तहत डायलिसिस शुरू नहीं करते तो वह लोग मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और डीसी धनबाद से मिलकर गुहार लगाएंगे।