अंधविश्वास ने ली मासूम की जान, झाड़-फूंक से किया जा रहा था सर्पदंश का इलाज, परिवार में पसरा मातम

साहिबगंज : आज के युग में साइंस इतनी तरक्की पर है कि हर बीमारी का इलाज उसके पास है। बावजूद इसके देश में कई स्थान ऐसे हैं जहां आज भी लोग अंधिविश्वास के शिकार हैं। इसके चलते कई बार उन्हें इसकी भारी कीमत भी चुकानी पड़ जाती है और ऐसा ही कुछ झारखंड में देखने को मिला।
दरअसल, राजमहल थाना क्षेत्र के सरकंडा चौक निवासी राजकुमार मंडल के 12 वर्षीय पुत्र मुन्ना मंडल की मृत्यु सर्पदंश से गुरुवार की सुबह हो गई है। उन्हें बुधवार की रात करीब एक बजे सोये अवस्था में सांप ने काटा था।
सोते वक्त सांप ने डसा
राजकुमार मंडल ने बताया कि उनका बेटा मुन्ना मंडल अपने घर पर सोया हुआ था। सोए अवस्था में ही रात्रि करीब एक बजे सांप ने काट लिया। रात को ही बेटे ने घटना की जानकारी उन्हें दी थी परंतु, उस वक्त बात को गंभीरता से नहीं लिया।
परिजनों को ऐसा लगा कि बेटे को सांप ने नहीं बल्कि कुछ और ने काटा होगा। इसके बाद बेटे को फिर से सुला दिया। आधे घंटे बाद ही बेटे को असहनीय दर्द होने लगा तो सांप काटने की आशंका हुई।
झाड़-फूंक के चक्कर में मौत
इसके बाद उसने आसपास के लोगों को जगाया और झाड़ फूंक कराने लगा। काफी देर तक बेटे की स्थिति में सुधार होने के बजाय और भी हालात गंभीर होती गई। इस तरह सुबह करीब आठ बजे उनकी मृत्यु हो गई। मृतक तीन भाइयों में सबसे छोटा था। घटना के बाद से पिता राजकुमार मंडल, मां भागीरथी देवी सहित अन्य स्वजनों का रो-रोकर बुरा हाल है और गांव में भी मातम पसर गया।